हसीन दिलरूबा : दिनेश पंडित की कोई किताब…

कलाकार :-  तापसी पन्नू, विक्रांत मेस्सी ,हर्षवर्धन नाराणे, यामिनी दास, आदित्य श्रीवास्तव आदि।
निर्देशक :-  विनिल मैथ्यू
लेखक  :-  कनिका ढिल्लों
प्रस्तुतकर्ता :- Netflix
⭐⭐⭐💫 3.5/ 5
अवधि :- 2 hours 15 mins

आपने दिनेश पंडित जी की कोई किताब पढ़ी है ???
क्या लिखते हैं वो… वह छोटे-छोटे शहरों में ना बड़े-बड़े कत्ल करा देते हैं… पता भी नहीं चलता..।

तो यह डायलॉग है कनिका ढिल्लों की लिखी नई फिल्म हसीन दिलरूबा का, जहां इस डायलॉग से ही पता चल जाता है कि कोई मर्डर मिस्ट्री है। 

जब हम ट्रेन के सफर पर जाया करते थे और लगता था कि सफर आसानी से कट जाए और हमें पता भी ना चले तो कई बार स्टेशन से कोई किताब ले लिया करते थे, जिसमें हमें हर तरह का तत्व या कहें तड़का मिल जाए। रोमांच और रोमांस सब कुछ एक साथ। तो हसीन दिलरूबा को देखते हुए आपको वही वाली अनुभूति होगी, जैसे कि आप दिनेश पंडित की लिखी हुई कोई किताब पढ़ रहे हैं। लेखक ने जो कुछ भी लिखा है या वह जो बता रहा है वही उस समय की वास्तविकता है। जिसमें आपके दिमाग की कोई भी आवश्यकता नहीं है और यदि आपने लगाया तो आप उस आनंद से वंचित रह सकते हैं जो वह किताब आपको देना चाहती है या दे रही है।
कहने का तात्पर्य है कि यह फिल्म भी आपको वास्तविक दुनिया से अलग अपनी ही दुनिया में ले जाती है और उसमें जो घटित हो रहा है वह सब देखने लायक है यदि आप उसको एक फिल्म की कहानी के तौर पर ही वजन दें क्योंकि उसका वास्तविकता से कोई लेना-देना ही नहीं है। एक अलग तरह की कहानी को विनिल मैथ्यू ने एक अलग ढंग से प्रस्तुत किया है। जो फिल्म को दिलचस्प बनाता है और आपको पैसा वसूल कराने वाली अनुभूति कराता है।
फिल्म की मजबूत कड़ी, फिल्म की कहानी का थोड़ा हटकर होना और सभी कलाकारों का अभिनय है, जो इस कहानी को आप तक इस तरह से पहुंचाते हैं कि आप उसका हिस्सा बन जाते हैं। इसी के साथ अमित त्रिवेदी का संगीत फिल्म की कहानी को परिष्कृत करने का कार्य करता है और इसी कड़ी को जयकृष्ण गुम्मड़ी की सिनेमैटोग्राफी आगे बढ़ाती है।
फिल्म की कहानी प्रेम त्रिकोण है लेकिन ऐसा त्रिकोण जो आपको पुराना होते हुए भी नया लगेगा। कनिका ढिल्लों ने इसके अंदर कई परतों को शामिल किया है जिसके चलते आपको प्यार और नफरत के अलग-अलग रंग दिखाई देंगे जो नए और अनूठे लगते हैं।
फिल्म के कमजोर पक्ष की बात करें तो फिल्म वास्तविकता से काफी दूर है, जिसके चलते तर्क से भी इसका कोई वास्ता नहीं है। तो यदि आपने दिमाग लगाया तो  निराशा ही हाथ लगेगी और वहीं दूसरी तरफ यदि आप एक मसाला फिल्म देखना चाहते हैं तो अच्छा चुनाव है इस वीकेंड के लिए। 😊



My Take :-

यामिनी दास (सास) और तापसी पन्नू (बहू) का रिश्ता बड़ा अजब है, जो मन को भाता है ।
तापसी पन्नू, विक्रांत मेस्सी, हर्षवर्धन नाराणे अपने-अपने किरदारों के अनुरूप लगे हैं ।